“चलो , कुछ खत फाड़ देते हैं “
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“चलो , कुछ खत फाड़ देते हैं “
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" बंद फोन पे कॉल की उम्मीद रखते हैं ये रिश्ते भी हमसे जाने कैसी प्रीत रखते हैं ।दूर जाते जाते भी दूरियां कम हुई जाती है,हम कहां रिश्तों में सड़कों की भीड़ रखते हैं ।
कई बार लगता है सबके पास प्यार को लेकर कोई ना कोई सवाल है । जवाब कोई नहीं , या शायद जवाब खोजने की कोशिश ही नहीं की । बस मान लिया खत्म हो गया । जैसे प्यार ना हुए शक्कर का डिब्बा हो गया , जिस स्पीड से इस्तेमाल किया उस स्पीड से खत्म । lets talk